बबीता देवी भी पकरा ग्राम की हैं। मंजूषा कलाकार के रूप में इनकी यात्रा भी नाबार्ड और दिशा के कार्यक्रमों से हुई। इनकी पहचान मंजूषा कला के अच्छे कलाकारों में होती है। बबीता देवी के बनाए पेंटिंग की बारीकी अद्भुत है। मुख्यधारा की शिक्षा व्यवस्था से दूर इनकी पहचान अब मंजूषा के साथ जुड़ गयी है। उद्योग विभाग के अधीन उपेन्द्र महारथी शिल्प अनुसंधान संस्थान द्वारा क्रियान्वित मंजूषा क्लस्टर से जुड़ बबिता वर्तमान में मंजूषा उत्पादों को तैयार करने में जुटी है। इन्हें बाज़ार मुहैया कराने के लिए बिहार सरकार द्वारा किया जा रहा प्रयास सराहनीय है ।